केशोरायपाटन में “भगवान मुनिसुव्रतनाथ स्वस्ति अभिवन्दना ग्रन्थ” का विमोचन हुआ
कोटा ! ( देवपुरी वंदना ) विश्व के पटल पर सुनहरे अक्षरों से अंकित राजस्थान प्रांत क्षत्रिय वीरों की भूमि के रूप में पहचाना जाता है वही धर्म समाज में एक और स्वर्ण अक्षरों से ऐतिहासिक पौराणिक परंपरा को और गतिमान करने मे नवनिर्मित अतिशय क्षेत्र स्वस्ति धाम जहाजपुर कि स्वप्नदृष्टा परम विदुषी लेखिका गणिनी 105 स्वस्ति भूषण माताजी के लेखन में कलम का जादू बिखरते हुए बहु अनमोल रोचक ज्ञानवर्धक जैनागम के सभी आयामो को एक सूत्र में पिरोते हुए “भगवान मुनिसुव्रतनाथ स्वस्ति अभिवन्दना ग्रन्थ” मे मनोकामना पूर्ण विधान, पूजन सामग्री, आकर्षक ज्ञानवर्धक सामग्री का समावेश है गुरु मां के गुरु परम पूज्य सराकोद्धारक पष्ट आचार्य श्री 108 ज्ञान सागर जी महाराज का मंगल मय आशीर्वाद, क्षुल्लिका का श्री 105 अह्त मति माताजी के निर्देशन , ब्रह्मचारी प्रियंका दीदी के मार्गदर्शन, व ब्रह्मचारी मनीष जैन के संयोजना के साथ-साथ डॉक्टर श्रेयांश जैन, डॉ सुरेंद्र कुमार भारती, डॉ.अनुपम जैन, पंडित विनोद कुमार जैन, डॉ नीलम जैन, ब्रह्मचारी जयकुमार निशांत, ब्रह्मचारी डॉक्टर अनिल जैन, ब्रह्मचारी डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार जैन, और श्रीमती उषा पाटनी के संपादक मंडल के पुष्पों के महक में ग्रंथ का प्रकाशन हुआ जिसे विगत दिनों केशवरावपाटन की अतिशयकारी भूमि पर एक भव्य आयोजन में डीआर श्रेयांश जैन बड़ौत, ब्रह्मचारी जयकुमार निशांत के साथ साथ अनेको विद्वानों संपादक , पत्रकार व श्रेष्टि वर्गों के साथ गायक कलाकार स्वर्गीय श्री रविंद्र जैन के भाई मनिंद्र जैन की उपस्थिति के मध्य विमोचन हुआ।
परम विदुषी लेखिका भारत गौरव स्वस्तिधाम प्रणेता गणिनी आर्यिकारत्न 105 स्वस्ति भूषण माताजी का परिचय
जन्म तिथि :-11 नवंबर 1969
जन्म स्थान :-छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश)
जन्म नाम :- संगीता जैन “‘गुड़िया”
पिता का नाम :-श्री मोतीलाल जैन
(वर्तमान में क्षुल्लक श्री 105 परिणाम सागर जी महाराज)
माता का नाम :-श्रीमती पुष्पा देवी जैन (वर्तमान में क्षुल्लिका 105 अहतमति माताजी)
प्रथम ब्रह्मचर्य व्रत :-आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज से
लौकिक शिक्षा :- एम .ए संस्कृत
आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत दीक्षा गुरू :- आचार्य श्री 108 शांति सागर जी महाराज (छाणी वाले)
दीक्षा तिथि व स्थान:-24 जनवरी 1996 इटावा (उत्तर प्रदेश)
दीक्षा गुरु:- आचार्य श्री 108 विद्याभूषण सन्मति सागर जी महाराज
वर्तमान पट्टगुरु व गणिनी पद प्रदाता:- आचार्य श्री ज्ञान सागर जी महाराज
तिथि एवं स्थान 13 फरवरी 2020 स्वस्ति धाम जहाजपुर राजस्थान !
देवपुरी वंदना समाचार परिवार गुरु मां के चरणों में शत-शत वंदामी अर्पित करते हुए कलम की धनी गुरु मां का आशीर्वाद की चाह लिए।
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