कोटा !( 8मार्च ) शौर्य में रानी लक्ष्मी बाई हो, बलिदान में पन्नाधाय ओर चाहे भक्ति में मीरा नारी ने हर दायित्व में समर्पण में श्रध्दा में अपनी श्रेष्ठता को सिद्ध किया है । तभी तो शास्त्रों में कहा है कि ‘यत्र नारी पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता’ । इसी सूक्ति को परिलक्षित करते हुए गुल्लिका अज्जि श्राविका संघ द्वारा प्रति वर्ष महिला दिवस पर पूरे देश के हर प्रान्त व संभाग स्तर पर महिला जिनाभिषेक दिवस मनाया जाता है । इसी क्रम में गुल्लिका अज्जि श्राविका संघ (हाड़ौती संभाग) द्वारा बुधवार को बीसपंथी पंचायत नोहरा, रामपुरा में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया । संभाग अध्यक्षा श्रीमती मनोरमा जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रातःकाल गुलाबबाड़ी स्थिति प्रभू आदीश ग्रह चैत्यालय से पालकी द्वारा भगवान आदिनाथ को कार्यक्रम स्थल पर लाया गया जिसमें पालकी उठाने का सौभाग्य भी महिलाओं को ही प्राप्त हुआ । नोहरे में भगवान को पधारने के पश्चात महिला समूह द्वारा ही भगवान का भव्य पंचामृत अभिषेक एवं शांतिधारा की गई जिसका सौभाग्य क्रमश श्रीमती शालिनी- सी.ए.विकास जैन मारवाड़ा एवं सुश्री स्तुति जैन बाबरिया को प्राप्त हुआ । जल, मौसमी रस, अनार रस, अंगूर रस, नारियल जल, घृत, दूध, दही, सर्वोषधि से अभिषेक सहित चंदन लेपन, पुष्प वृष्टि, मंगल आरती एवं विभिन्न क्रियायों को पं. श्री वीरेन्द्र जी मारवाड़ा के निर्देशन में संपादित किया गया । आयोजन की सूत्रधार नीलांजना – अनिल सोनी ने महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि जो महिला तीर्थंकर भगवान को जन्म दे सकती है वह जिनाभिषेक करने की ओर उनको स्पर्श करने की भी उतनी ही पात्रता प्रमुखता से रखती है । आज महिला शिक्षा हो या व्यवसाय, खेल हो या सीमा रक्षा किसी भी क्षेत्र में पुरुष से पीछे नहीं है फिर यह तो भक्ति मार्ग है यहाँ तो स्त्री को पुरुष से भी आगे रहना होगा क्योंकि धर्म से ही अगली पीढ़ी में संस्कारों का आरोपण होगा हो संस्कारी युवा पीढ़ी ही देश की संस्कृति को बचाने में योगदान दे सकती है । कार्यक्रम में अग्रवाल महिला मंडल की सरिता जैन (गुड़ वाले), संरक्षिका पदमा जी सेठी, सहित विभिन्न कॉलोनियों की महिला श्राविकाओं ने भाग लिया ।
राकेश जैन ‘चपलमन’ 9829097464
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