अतिथि देवोभव

इंदौर (नगर प्रतिनिधि)। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए शुक्रवार इंदौर में तीन परिवारों के छह प्रवासी भारतीय इंदौर आए। इन प्रवासियों के लिए अतिथि देवो भव परम्परा का निर्वहन करने का मौका तीन परिवरों को मिला। अपने घर मे रहने के साथ ये परिवार प्रवासी भारतीयों को पर्यटन स्थलों पर घुमाने ले जाएंगे।
शहर में 8 जनवरी से शुरू होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए विदेशी मेहमानों के आने का सिलसिला शुक्रवार से शुरू हो गया है। सुबह 6 प्रवासी भारतीय इंदौर पहुंचे। विमानलत पर मालवी पगड़ी पहनाई गई। पारंपरिक अंदाज में उनका स्वागत किया गया। कई परिवारों ने होटलों से भी आलीशान सजावट अपने घरों में मेहमानों के लिए की है। सुबह की उड़ान से इंदौर में तीन परिवारों के 6 प्रवासी भारतीय इंदौर आए। विमानतल पर उनका स्वागत इंदौर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, विधायक रमेश मेंदोला और मधु वर्मा ने किया। इन परिवारों को इंदौर के विनय कुमार, राजेश मूंगड़ और विकास गुप्ता के घरों में रोका गया है।प्रशासन ने सम्मेलन में आने वाले मेहमानों के लिए इंदौर में दो हजार से ज्यादा कमरें बुक किए हैं। वहीं इंदौर के 100 से ज्यादा परिवार इन मेहमानों की अपने घरों पर अतिथि देवो भव की परंपरा निभा रहे है। घरों में रुकने वाले परिवारों को इंदौर विकास प्राधिकरण अपनी तरफ से गीता-रामायण का उपहार भी देगा। इसके अलावा इंदौर के विकास की एक किताब भी उन्हें भेंट की जाएगी। आईडीए अध्यक्ष चावड़ा ने बताया कि तैयारियां पूरी हो चुकी है। इंदौर की परंपरा के अनुसार मेहमानों की आवभगत इंदौर के परिवार कर रहे हैं। अयोजन से पहले और बाद पर्यटन स्थलों की सैर -शहर में जिन परिवारों के साथ प्रवासी भारतीय रुकेंगे, रहने-खाने से लेकर घूमने-फिरने तक का इंतजाम उन्हें ही करना है। परिवारों ने अपनी महंगी कारों को तीन दिन के लिए मेहमानों को दे दिया है। वे सम्मेलन स्थल तक लाने-छोड़ने के अलावा उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर जैसे पर्यटन स्थलों की सैर भी कराएंगे। मेहमानों को पर्यटन स्थल तक ले जाने से पहले परिवारों को सम्मेलन के लिए बनाए गए कंट्रोल रुम को बताना होगा, ताकि वहां भी उनकी मेहमाननवाजी हो सके। दूसरी ओर प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा को लेकर भी चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। अतिथियों को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए ६०० से अधिक कैमरों की नजरों से गुजरना होगा वहीं ड्रोन से भी पूरे कार्यक्रम स्थल पर नजर रखी जा रही है। कल देरशाम तक पुलिस के सात हजार से अधिक जवान और अधिकारी यहां पहुंच चुके हैं जो इस पूरी व्यवस्था को सुरक्षा प्रदान करेंगे। बीसीसी को कल ही एसपीजी ने प्रधानमंत्री की यात्रा को देखते हुए अपने कब्जे में ले लिया है। माना जा रहा है कि प्रवासी भारतीयों के साथ शहर और राज्य के विकास को लेकर कई करार हो सकते है।

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