चार साल से चल रहा जीर्णोद्धार का काम अंतिम दौर में
इंदौर। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत चार साल से दो ऐतिहासिक धरोहरों राजबाड़ा और गोपाल मंदिर का काम अब अंतिम दौर में पहुंच चुका है। राजबाड़ा से आगामी 15 अगस्त को झंडावंदन तथा गोपाल मंदिर में जन्माष्टमी मनाने की उम्मीद है। दोनों स्थानों पर करोड़ों के विकास कार्य हुए है। लकड़ी पर बारीक कारीगरी होने से काम में काफी विलंब हो सका। जन्माष्टमी पर भक्तगण जहां भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव उमंग, उल्लास से मना सकेंगे, वहीं गोपाल मंदिर के नए स्वरूप के भी दर्शन कर सकेंगे।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यपालन अधिकारी डीआर लोधी ने बताया कि दोनों धरोहरों का काम वर्ष 2018 में किया गया था। वर्ष 2019 व 2020 में कोरोना संक्रमण के कारण काम को बंद करना पड़ा। वर्ष 2021 में फिर ठेकेदार को काम शुरू करने के निर्देश दिए। लगातार अधिकारियों की मानीटरिंग से काम को गति मिलती गई। वर्तमान में गोपाल मंदिर का 90 फीसदी के आसपास निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अगस्त माह में रक्षाबंधन के पहले गोपाल मंदिर का लोकार्पण हो जाएगा। इसके बाद भक्तगण पूर्ववत जन्माष्टमी का पर्व मना सकेंगे। अभी गोपाल मंदिर और राजबाड़ा के बाहर लगे बांस बल्ली को हटा नहीं सका है। निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने ठेकेदार को निर्देश दिए कि वे कार्य को गुणवत्ता पूर्ण करेंगे। लापरवाही नजर आई तो भुगतान रोक दिया जाएगा।