कुंडलपुर आचार्य पद पदारोहण अनुष्ठान महोत्सव की जानकारी

कुंडलपुर ! 16 अप्रैल मंगलवार के स्वर्णिम ऐतिहासिक दिन सिद्धक्षेत्र कुण्डलपुर में आयोजित होने वाले आचार्य श्री पदारोहण महामहोत्सव की तैयारियां कर ली गई हैं। आयोजन अत्यंत भव्य एवं दिव्य रूप में आयोजित किया जाएगा। आयोजन की सम्पूर्ण जानकारी, संयोजक श्री वीरेश सेठ द्वारा प्रदान की गई। यह संपूर्ण कार्यक्रम मुनिराजों के माध्यम से आगम में वर्णित प्रक्रिया अनुसार संचालित किया जाएगा। इस आयोजन में संपूर्ण भारत से तकरीबन 5 से 6 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि श्री 108 समय सागर जी महाराज परम पूज्य आचार्य भगवन श्री 108 विद्यासागर जी महाराज की प्रतिकृति के रूप में समान गुण एवं समचर्या के धारक होने से अत्यंत पूज्यनीय है और पूज्य आचार्यश्री जी की भावना अनुसार कल उनका आचार्य पद पदारोहण किया जावेगा।
देश-प्रदेश के कई सम्मानीय अतिथिगण‌‌ पधारेंगे
संयोजक श्री वीरेश सेठ ने बताया कि कल प्रातः 11:00 बजे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख, सरसंघ चालक श्री मोहन भागवत मुख्य अतिथि के रूप में पधार रहे हैं, साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव एवं राज्यसभा सदस्य श्री नवीन जैन, आगरा भी पधारेंगे। अतिथि गण का सम्मान जैन समाज के श्रेष्ठि श्री अशोक जी पाटनी के साथ अन्य श्रेष्ठियों एवं आयोजन समिति द्वारा किया जाएगा। मोहन भागवत बड़े बाबा के दर्शन करने पधारेंगे। इसके उपरांत ज्ञान दर्शन केंद्र में विराजमान नवाचार्य श्री 108 समय सागर जी महाराज के साथ भी विमर्श करेंगे।
आयोजन की शुरुआत दोपहर 1:00 बजे से होगी संपूर्ण निर्यापक संघ, मुनि संघ, आर्यिका संघ, ऐलक एवं छुल्लक संघ, त्यागी वृति, ब्रह्मचारी गण एवं समाज जन एक शोभा यात्रा के रूप में सभा मंडप जिसको आचार्य श्री विद्यासागर मंडपम नाम दिया गया है की ओर प्रस्थान करेंगे। यहां सर्वप्रथम ध्वजारोहण का भव्य कार्यक्रम एवं आचार्य श्री विद्यासागर मंडपम का उद्घाटन भी किया जाएगा। मंडपम में निर्मित विशाल मुख्य मंच पर नवाचार्य श्री समय सागर जी महाराज, संपूर्ण निर्यापक संघ, मुनि संघ, आर्यिका संघ, ऐलक एवम छुल्लक संघ के लिए सम्मानीय स्थान निर्धारित किए गए हैं, वहां विराजमान होंगे। इसके अलावा मुख्य अतिथियों के लिए, समाज श्रेष्ठियों एवं कमेटी के वर्तमान, पूर्व पदाधिकारीयों के लिए भी स्थान निर्धारित रहेगा। संपूर्ण जैन समाज की भारत वर्ष की पांच मुख्य संस्थाओं के पदाधिकारी भी यहां उपस्थित होंगे साथ ही तीर्थक्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। इस पंडाल में लगभग डेढ़ से दो लाख व्यक्तियों के बैठने की क्षमता है। चारों ओर से मंडप खुला रहेगा जिससे खड़े होकर भी लोग कार्यक्रम का आनंद ले सकेंगे।

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