Browsing Category

धर्म एवं ज्योतिष

Religion and Astrology News

संत अपनी वाणी समाज तक पहुचाते हैं, परन्तु पत्रकार जन-जन तक पहुचाते है – मुनिश्री पूज्य सागरजी

इंदौर | आज से 13 वर्ष पूर्व स्थापित हुई समाज में धार्मिक, सामाजिक, संस्कृतिक, शैक्षणिक एवं मानव हितार्थ के लिए विख्यात श्रीफल फाउंडेशन ट्रस्ट समाज व राष्ट्र के चौथा स्तम्भ, पत्रकारिता जगत के श्रेष्ठ, सजग, जागरूक, निडर पत्रकारों एवं…
Read More...

भगवान के प्रति तन्मयता हो तो मोबाईल की आवश्यकता नहीं पड़ेगी – मुनिश्री पूज्य सागरजी

इंदौर | श्रमण संस्कृति के उन्नायक दिगाम्बराचार्य श्री 108 अभिनन्दन सागरजी महाराज के प्रभावक, दूरद्रष्टा, वात्सल्य मूर्ति सुशिष्य अंतर्मुखी मुनि श्री 108 पूज्य सागरजी महाराज की प्रभावना से इस कडाके की ठंड में भी श्रावक-श्राविका प्रातः…
Read More...

इंदौर में हुए श्रीफल स्मृति जैन पत्रकारिता पुरस्कार में कलमकार हुए पुरस्कृत..

इंदौर | आज से विगत 13 वर्ष पूर्व स्थापित हुई समाज में धार्मिक, सामाजिक, संस्कृतिक, शेक्षणिक एवं मानव हितार्थ के लिए विख्यात श्रीफल फाउंडेशन ट्रस्ट समाज व राष्ट्र के चौथा स्तम्भ, पत्रकारिता जगत के श्रेष्ठ, सजग, जागरूक, निडर पत्रकारों…
Read More...

धर्म प्रभावना के नाम पर हम संस्थान-कमेटी में क्यूँ बट जाते है.. – मुनिश्री पूज्य सागरजी

इंदौर | माँ अहिल्या की नगरी के पश्चिम क्षेत्र स्थित अतिशयकारी नवग्रह जिनालय ग्रेटर बाबा में चल रहे नव दिवसीय श्री 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान में अंतर्मुखी मुनि श्री 108 पूज्य सागरजी महाराज एवं क्षुल्लक श्री 105 अनुश्रवण सागरजी महाराज…
Read More...

हम अपनी संस्कृति छोड़ पाश्चात संस्कृति की ओर न बढे – मुनिश्री पूज्य सागरजी

इंदौर | माँ अहिल्या की नगरी के पश्चिम क्षेत्र स्थित अतिशयकारी नवग्रह जिनालय ग्रेटर बाबा में चल रहे नव दिवसीय श्री 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान में अंतर्मुखी मुनि श्री 108 पूज्य सागरजी महाराज एवं क्षुल्लक श्री 105 अनुश्रवण सागरजी महाराज…
Read More...

हमारे जीवन के प्रथम गुरु हमारे माता-पिता ही है – मुनिश्री पूज्य सागरजी

इंदौर | माँ की महिमा ही ऐसी है की माँ अपने बच्चे को सूखे में सुलाती है ओर स्वयं बच्चे के कारण गीले में भी सो जाती है. हमारे तीर्थंकर को भी माँ ने ही जन्म दिया है, जब एक महिला माँ बन जाती है तब वह सब कुछ भूल कर अपने बच्चे का…
Read More...

पंथवाद को छोड़, दिगम्बरत्व के मूल गुणों को नमन करे – मुनि श्री पूज्य सागरजी

इंदौर | श्री 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान विगत वर्ष की 30 दिसम्बर से प्रारंभ हुए आज के चौथे दिवस पर है, जहा इंदौर शहर ही नहीं निकटतम विभिन्न प्रान्तों से पधारे अपने साधर्मी बंधु अपने सांसारिक मानवीय जीवन में आ रहे दुखो का नाश…
Read More...

भगवान की वेदी का मार्जन करना भी पूजा ही होती है.. – मुनि श्री पूज्य सागरजी

इंदौर ।( देवपुरी वंदना )भगवान की आराधना व उपासना हम श्री 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान में कर रहे है, जहां शेर व गाय एक साथ पानी पीते है. जैन धर्म का सिद्धांत द्रव्य व भाव पर टीका हुआ है. जब आप द्रव्य चढाते है तब उसके भाव बदल…
Read More...

देवशास्त्र गुरु की वाणी को सेव करो बाकी सब डिलीट करो.. -मुनि श्री 108 पूज्य सागरजी

इंदौर ! माँ अहिल्या की नगरी स्थित नवग्रह जिनालय ग्रेटर बाबा की पुण्य धरा पर चल रहे श्री कल्पद्रुम महामंडल विधान के द्वितीय दिवस पर श्रमण संस्कृति के उन्नायक अंतर्मुखी परम पूज्य श्री 108 पूज्य सागरजी गुरुदेव ने अपने आशीर्वचन में कहा की -…
Read More...

श्री दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी के चुनाव‌ मे युवा नेतृत्व की क्षमता और समन्वय की और कूच …

इंदौर ! (देवपुरी वंदना ) समाज में चली आ रही नाम, पद,की महत्वाकांक्षा की प्रति स्पर्धा मे कुछ स्थिरता सा लगा है या कहे तो महत्वाकांक्षियों में युवा नेतृत्व कुछ विचार करने के लिए मजबूर सा लगने लगा है सार्वजनिक रूप से अब अपनी…
Read More...