मुनि श्री का नाम निष्पक्ष सागर जी और काम पक्षपात का ऐसा क्यों ?
इंदौर!( देवपुरी वंदना ) इतिहास गवाह है कि संत जनाधार स्वयं की आत्म कल्याण व श्रावको के कल्याण की राह पर चलने व राह दिखाने के कार्य करते हैं मगर आज प्रायः यह सुना जा रहा है यह देखा जाता है कि वह संत समाज में अपना वर्चस्व और नाम के लिए…
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