भगवान की वेदी का मार्जन करना भी पूजा ही होती है.. – मुनि श्री पूज्य सागरजी
इंदौर ।( देवपुरी वंदना )भगवान की आराधना व उपासना हम श्री 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान में कर रहे है, जहां शेर व गाय एक साथ पानी पीते है. जैन धर्म का सिद्धांत द्रव्य व भाव पर टीका हुआ है. जब आप द्रव्य चढाते है तब उसके भाव बदल…
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