सम्मेद शिखर जी की अस्तित्व को बचाने आमरण अनशन कर रहे मुनि श्री 108 सुज्ञेय सागरजी समाधिस्थ

जयपुर ! सभी को विदित है ‌झारखंड में जैन तीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटक स्थल बनाए जाने का विरोध कर रहे मुनि 108 सुज्ञेय सागर महाराज ने मंगलवार को प्राण त्यागे वे झारखंड सरकार के फैसले के खिलाफ मुनि श्री 108 सुज्ञेयसागर जी राजस्थान के सांगनेर में 25 दिसंबर से आमरण अनशन पर थे। मंगलवार सुबह उनकी डोल यात्रा सांगानेर संघीजी मंदिर से निकाली गई। इस दौरान आचार्य श्री 108 सुनील सागर जी ससघ सहित बड़ी संख्या में श्रावक – श्राविकाए मौजूद थे !
झारखंड सरकार ने गिरिडीह जिले में स्थित पारसनाथ की पवित्र पहाड़ी को पर्यटन स्थल घोषित किया है। इसके खिलाफ देशभर में जैन समाज के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। पारसनाथ पहाड़ी दुनिया भर के जैन धर्मावलंबियों में सर्वोच्च तीर्थ सम्मेद शिखर के तौर पर प्रसिद्ध है।

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

You might also like