ज्योतिष शास्त्र प्रतिष्ठाचार्य द्वारा मुहूर्त नहीं और सूर्य मंत्र देने वाले श्रमण परंपरा द्वारा पंचकल्याणक महामहोत्सव ?
हस्तिनापुर ! पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव महा आयोजन या सिर्फ दिखावा, पाषाण से भगवान बनने की क्रिया भी मनमाफिक तौर तरीके से..
बिना मुहूर्त के ही किए जा रहे पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव
जब ज्योतिष शास्त्र एवं प्रतिष्ठा ग्रन्थों के अनुसार 29 अप्रैल से तारा अस्त हो गया और दीपावली 2024 तक कोई पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव हेतु मुहूर्त नहीं है तो क्या शादी विवाहों की तरह इतने बड़े महायोजना के भी अबूझ मुहूर्त होते हैं, यदि बिना मुहूर्त ही इतने बड़े आयोजन होते हैं तो फिर अन्य संतों विद्वानों प्रतिष्ठाचार्यों के द्वारा मुहूर्त क्यों निकाले जाते हैं। आखिरकार मुहूर्त निकालने के पीछे कारण क्या है एक साथ समाज में दो बातें कैसे प्रचलित हो सकती हैं या तो फिर बिना मुहूर्त के ही कार्य किए जाएं या फिर मुहूर्त नहीं है तो फिर कार्य को आगे भी टाला जा सकता है। हस्तिनापुर रोड, जिला मेरठ (उ.प्र.) में सहस्रफणी पार्श्वनाथ जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव शनिवार, 25 मई 2024 से बुधवार, 29 मई 2024 तक
प्रतिष्ठा स्थल – प्राचीन प्रतिमा 1008 श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर अतिशय क्षेत्र कुन्थुसागर साधुव्रती आश्रम, हस्तिनापुर, जिला मेरठ
शुभाशीष एवं पावन सान्निध्य प.पू. मरसलगंज गौरव, प्रतिमा योग साधक अंकलीकर अक्षुण्ण परम्पराचार्य श्री 108 सौभाग्यसागर जी महाराज एवं प.पू. स्थविर संत श्री 108 सुरत्नसागराचार्य जी महाराज ससंघ मंगल निर्देशन – प. पू. धर्म दिवाकर तपोनिधि, बालयोगी रत्न श्री 105 तारण सागर जी गुरुदेव
प्रतिष्ठा महोत्सव में पधारकर पुण्यार्जन करें
निवेदक – बीसा नागदा दिगम्बर जैन समाज हस्तिनापुर, मेरठ, उ.प्र.
कार्यकारी अध्यक्ष 8218981856
मंत्री 9869030187
कोषाध्यक्ष 9768669030
~ संजय बड़जात्या, कामां ✍🏻